Wednesday 6 March 2013

इतराइए मत,मूल्यांकन कीजिए

16 दिसंबर, 2012 की पीड़िता को अमेरिकी पुरस्कार मिलने की खबर को भारतीय मीडिया छाती फुलाकर-फुलाकर प्रकाशित-प्रसारित कर रहा है....

लेकिन किसी मीडिया ने अमेरिका पर ये सवाल नहीं उठाया कि --
1. दुनिया में मानवाधिकार हनन का सर्वाधिक गुनहगार कौन है..? 
2. अफगानिस्तान से लगायत ईराक में अमेरिका ने जो कत्लेआम किया...उसमें महिलाएं भी शिकार हुईं.
3. अमेरिकी-नाटो सेनाओं के अत्याचार के खिलाफ़ संघर्षरत जमात में महिलाएं भी शामिल थीं और शहीद हुईं..
4. दुनिया में घूम-घूमकर पुरस्कार बांटने वाला अमेरिका अपने करतूतों का समीक्षा क्यों नहीं करता...?
5. लाखों निर्दोष लोगों के कातिल देश के हाथ बहादुरी का पुरस्कार लेना और गर्व प्रकट करना.कितना न्यायप्रिय कदम है ....

मीडिया को आत्ममंथन और अमेरिकी मानसिकता की समीक्षा करनी चाहिए...
भारतीय न्यायप्रणाली में पीड़िता के दोषियों को सजा और लड़कियों/महिलाओं की आज़ादी और सम्पूर्ण सुरक्षा ही उनके लिए सबसे बड़ा सम्मान होगा ....
यह काम भारत सरकार को करना है...अमेरिका को नहीं..?

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