Thursday 30 August 2012

टीवी चैनल का झांसा,आसाराम ने फेंका नया पासा

जीवनरक्षक मंत्र प्रभावी है तो इसका राष्ट्रीयकरण करो,
झूठ है तो आसाराम बापू को गिरफ्तार करो !   

रमेश यादव  
30 अगस्त,2012.नई दिल्ली।

आज शाम 8.26 बजे को न्यूज 24 पर एक खबर चल रही थी-'मंत्र ने बचाई हवा में जिंदगी','मंत्र जापकर हवा में बच गए' 

पूरी खबर देखने पर समझ में आया कि कल बुधवार को आसाराम बापू  हेलीकॉप्टर दुर्घटना में बाल-बाल बच गए।उनके सहित कुल पांच लोग उसमें सवार थे।   

अब इसे न्यूज चैनल ने किस तरह से परोसा।बानगी देखिये।एक पत्रकार पूछ रहा है-'उस मंत्र शक्ति के बारे में बताइए,जिसके जाप से आप बच गए'.आसाराम बताते हैं-यह अकाल मृत्यु-मंत्र का कमाल है।चैनल ने उन्हें,मंच पर उछल-उछलकर अपने भक्तों को जीवन रक्षक मंत्र के बारे में बताते दिखाया।चैनल ने इसे ईश्वरीय चमत्कार से जोड़कर  भी दिखाया और इसे शिगूफा भी बताया। 
   
सवाल उठता है-क्या हकीकत में कोई मंत्र है,जिसके सहारे दुर्घटना के समय जापकर बचा जा सकता है ? यदि हाँ तो आसाराम बापू ने इसके बारे में देश को क्यों नहीं बताया ? इस अमूल्य ज्ञान को अपने तक सीमित क्यों रखे रहे ?    

यदि उक्त मन्त्र को बताये होते,जिसकी जाप से वे बचे तो कम से कम सेना के नौ लोगों के जान को बचाया जा सकता था या वे बच सकते थे।  

गौरतलब है कि गुजरात के जामनगर के पास हुई एक हवाई दुर्घटना में भारतीय वायु सेना के दो हेलिकॉप्टर हवा में उड़ान भरने के बीच आपस में टकरा गए.इस हादसे में वायुसेना के नौ अधिकारियों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हुए हैं.

अब सवाल उठता है कि आसाराम बापू ने जीवन रक्षक मंत्र का प्रयोग सिर्फ अपने लिए क्यों किये ? जबकि वे खुद को अध्यात्मिक गुरु के तौर पर प्रचारित करते हैं और धर्मार्थ समाजसेवा का दंभ भरते हैं। 

सरकार को आसाराम बापू के हेलीकॉप्टर दुर्घटना की जाँच करानी चाहिए।पता लगाना चाहिए कि किन परिस्थतियों/वजहों से वे वे बाल-बाल बचे।

यह कोई मंत्र का कमाल था या कुछ और ? 
यदि उनके बचने में जीवन रक्षक मंत्र का कमाल था तो इस मंत्र का राष्ट्रीय कारण करना चाहिए और इसका प्रयोग हर तरह के दुर्घटना में/के समय प्रयोग करना चाहिए। ताकी जान माल की रक्षा की जा सके। 

और यदि उक्त मंत्र प्रभावहीन है/ अप्रभावी है/ भ्रम है तो आसाराम बापू को गिरफ्तार कर उनके ऊपर जनता को बरगलाने/अंध आस्था/भ्रम फ़ैलाने का मुक़दमा चलाना चाहिए।   

  

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